लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को मुगल शासक औरंगजेब को ‘क्रूर’ करार दिया और तब हिंदुओं के सामने आई समस्याओं से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए श्री गुरु गोविंद सिंह जी के योगदान का स्मरण किया। आदित्यनाथ ने यहां खालसा सृजन दिवस एवं बैसाखी पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी केवल सिखों के लिए ही नहीं हर भारतीय के लिए प्रेरणा हैं और एक नया प्रकाश हैं।
उन्होंने कहा, ‘खालसा पंथ के 325 वर्ष पूरे हो रहे हैं। श्री गुरु गोविंद सिंह जी के अनुयायी जहां भी गए अपने शौर्य और पराक्रम से अपना लोहा मनवाया।’ योगी ने कहा कि सिख कहीं भी होगा वह बिना झुके, डिगे अपने पथ पर आगे बढ़ता है, इसलिए सरदार भी कहलता है। योगी ने कहा, ‘याद करिये एक तरफ क्रूर औरंगजेब के शासन में अत्याचार की पराकाष्ठा थी, जजिया कर के जरिए हिंदुओं को पूरी तरह इस्लाम में बदलने की उसकी क्रूर चाल और मंदिरों को तोड़ा जा रहा था, बेटियों की इज्जत पर हाथ डाला जा रहा था और उस समय अपने एक लाख शिष्यों के साथ मिलकर देश और धर्म की ज्वलंत समस्याओं पर प्रभावी शंखनाद करने का काम श्री गुरु गोविंद सिंह महाराज द्वारा किया जा रहा था।’
मुख्यमंत्री के मुताबिक, श्री गुरु गोविंद सिंह महाराज ने इस कार्यक्रम को बढ़ाया तो इसका नाम खालसा रखा जिसका मतलब परमात्मा है। समारोह को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख समेत कई प्रमुख लोगों ने संबोधित किया।