नई दिल्ली: भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) की अधिकारी निधि तिवारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निजी सचिव नियुक्त किया गया है। कार्मिक मंत्रालय के एक आदेश में निधि तिवारी की नियुक्ति के बारे में बताया गया। आदेश में कहा गया है कि आईएफएस अधिकारी निधि तिवारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निजी सचिव नियुक्त किया गया है।
2014 बैच की भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) अधिकारी तिवारी वर्तमान में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में उप सचिव के रूप में कार्यरत हैं। गत 29 मार्च को जारी आदेश में कहा गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने तिवारी की सह-अवधि के आधार पर निजी सचिव के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के आदेश में कहा गया है कि मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने प्रधानमंत्री कार्यालय में उप सचिव के रूप में कार्यरत निधि तिवारी, आईएफएस (2014) की प्रधानमंत्री के निजी सचिव के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। उन्हें तत्काल प्रभाव से वेतन मैट्रिक्स के स्तर 12 में, को-टर्मिनस आधार पर या अगले आदेशों तक, जो भी पहले हो, नियुक्त किया जाएगा।
प्रधानमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी की हैं निधि
निधि तिवारी इस पद पर आसीन होने वाली सबसे कम उम्र की अधिकारियों में से एक हो सकती हैं। वह वाराणसी के महमूरगंज से हैं। वाराणसी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व प्रधानमंत्री नरेंद्र कर रहे हैं। मोदी वहां से 2014 से सांसद हैं। सिविल सेवा परीक्षा पास करने से पहले, तिवारी ने वाराणसी में सहायक आयुक्त (वाणिज्य कर) के रूप में काम किया। बताया जा रहा है कि उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में 96वीं रैंक हासिल की थी।
सीधे डोभाल को करती थीं रिपोर्ट
पीएमओ में शामिल होने से पहले, उन्होंने विदेश मंत्रालय के निरस्त्रीकरण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के प्रभाग में काम किया। वर्ष 2022 में वह अवर सचिव के रूप में प्रधानमंत्री कार्यालय में शामिल हुईं। अगले वर्ष 2023 में उन्हें उप सचिव के पद पर पदोन्नत किया गया। प्रधानमंत्री कार्यालय में उन्होंने ‘विदेश और सुरक्षा’ अनुभाग में काम किया और विदेशी मामलों, सुरक्षा और परमाणु ऊर्जा सहित क्षेत्रों की देखभाल की। अंतरराष्ट्रीय संबंधों में उनकी विशेषज्ञता ने उन्हें एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में मदद की। वह सीधे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को रिपोर्ट करती थीं।