गाजियाबाद/लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार के प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल द्वारा अपनी ही सरकार की एसटीएफ से जान का खतरा बताए जाने के बाद अब सत्तारूढ़ भाजपा के विधायक नंद किशोर गुर्जर ने शनिवार को राज्य के शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों पर निशाना साधते हुए अपनी हत्या की आशंका जताई है। इस बीच, सपा के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दावा किया कि किसी भाजपाई मंत्री के या किसी भाजपाई विधायक के ही कंधे पर बंदूक रखकर, कोई भाजपाई ही कहीं दूर से निशाना साध रहा है।
गाजियाबाद जिले के लोनी क्षेत्र के भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर ने अपनी हत्या की आशंका जताई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि अधिकारी उनकी हत्या की साजिश रच सकते हैं। उन्होंने आरोप लगाया, “हमारी सरकार में रोजाना 50,000 गायें कट रही है। ये अधिकारी गायों के लिए दिए जाने वाले फंड को हड़प रहे हैं। भ्रष्टाचार चरम पर है।” उन्होंने कहा, “मुख्य सचिव इस सब के पीछे हैं। मेरी हत्या की योजना पहले ही बना ली गई है, इसके लिए नौ एमएम कैलिबर की 25 पिस्तौलें खरीदी गई हैं।” उनका एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें उनको यह आरोप लगाते सुना जा सकता है। हालांकि, वह यह भी कहते हैं कि मुख्य सचिव या पुलिस आयुक्त से उनका कोई निजी बैर नहीं है।विधायक ने कहा, “मेरे पास हथियार खरीदने के सबूत हैं और सही समय पर इसे सार्वजनिक करूंगा।” उन्होंने आरोप लगाया, “अधिकारी भाजपा विधायकों और पार्टी नेताओं की समस्याएं नहीं सुन रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा लगता है कि अधिकारी ईमानदार मुख्यमंत्री के आदेशों का पालन नहीं कर रहे हैं। गुर्जर ने कहा, “दो दिन पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें लोनी में दो पुलिस हेड कांस्टेबल एक पीड़ित से पैसे वसूलते हुए दिखाई दे रहे थे। कुछ अधिकारी सपा और कांग्रेस नेताओं से मिले हुए हैं। अगर भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए तो भाजपा आगामी चुनाव में 375 सीट जीतेंगी। अन्यथा भाजपा के उम्मीदवार चुनाव में अपनी जमापूंजी गवां देंगे।” सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने “एक्स” पर विधायक गुर्जर के आरोपों का वीडियो साझा करते हुए लिखा, “उप्र भाजपा सरकार में दो राजधानियों (दिल्ली-लखनऊ) के बीच आपस में ही आरोपों की तलवारें खिंचीं हैं।” यादव ने दावा किया, “किसी भाजपाई मंत्री के या किसी भाजपाई विधायक के ही कंधे पर बंदूक रखकर, कोई भाजपाई ही कहीं दूर से निशाना साध रहा है।” पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “सत्ता की इस रस्साकशी में जनता और सरकारी कामकाज पिस रहा है। अधिकारी इसमें अपनी रोटी सेंक रहे हैं।” सपा प्रमुख ने आरोप लगाया, “दरअसल यह जो लड़ाई है, उसका कारण भ्रष्टाचार की कमाई है, जिस पर सब एकाधिकार जमाना चाहते हैं।”
इससे पहले उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में प्राविधिक शिक्षा, उपभोक्ताक संरक्षण एवं बाट माप मंत्री आशीष पटेल ने हाल में एसटीएफ से अपनी जान का खतरा बताया था। भाजपा नीत राजग में अपना दल (एस) कोटे के मंत्री पटेल ने कहा था कि वह हटाए जाने के लिए तैयार हैं, लेकिन वह इस्तीफा नहीं देंगे। अपनी पत्नी केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की बड़ी बहन और सपा विधायक पल्लवी पटेल द्वारा विभागीय भ्रष्टाचार का आरोप लगाए जाने के बाद से मंत्री आशीष पटेल आक्रामक मुद्रा में हैं।