चंडीगढ़/अमृतसरः पंजाब में अमृतसर जिले के मजीठा इलाके में नकली शराब पीने से 21 लोगों की मौत हो गई। 10 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतकों में अधिकतर लोग दिहाड़ी मजदूर हैं। पुलिस ने बताया कि सरगना समेत दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस उपाधीक्षक (मजीठा) अमोलक सिंह और मजीठा थाने के एसएचओ अवतार सिंह को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि नकली शराब बनाने के लिए इस्तेमाल ‘मेथेनॉल’ थोक में ऑनलाइन खरीदा गया था। ‘मेथनॉल’ एक हल्का, रंगहीन कार्बनिक रासायनिक यौगिक है, जिसे अकसर अवैध रूप से मादक पेय पदार्थों में ‘इथेनॉल’ के सस्ते विकल्प के रूप में मिलाया जाता है।
अधिकारियों ने बताया कि अमृतसर ग्रामीण के मजीठा और कथुनांगल पुलिस थानों में गैर इरादतन हत्या, हत्या तथा आबकारी अधिनियम और एससी/एसटी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं। सोमवार रात नकली शराब पीने से भंगली, पातालपुरी, मरारी कलां, तलवंडी खुम्मन, करनाला, भंगवान और थेरेवाल के गांवों में लोगों की मौत की सूचना है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि मजीठा क्षेत्र के गांवों में निर्दोष ग्रामीणों की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘ये मौत नहीं, बल्कि हत्याएं हैं।’ पंजाब में विपक्षी दलों ने आम आदमी पार्टी (आप) के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा और उस पर शराब माफिया को नियंत्रित करने में ‘विफल’ रहने का आरोप लगाया। उन्होंने मान और आबकारी मंत्री हरपाल सिंह चीमा के इस्तीफे की भी मांग की।
इस बीच, ग्रामीणों ने मरारी कलां निवासी और परिवार के इकलौते कमाने वाले तस्बीर सिंह की दुखी मां और बेटी को सांत्वना दी, जिनकी नकली शराब पीने से मौत हो गई। मृतकों में 38 वर्षीय रोमी भी शामिल हैं, जिनके तीन बच्चे हैं। रोमी के रिश्तेदार जैकी ने कहा, ‘उनकी सबसे बड़ी बेटी सिर्फ आठ साल की है। उनके पास घर नहीं है और उनकी पत्नी अनपढ़ है। उनकी देखभाल कौन करेगा? सरकार ने वित्तीय सहायता का आश्वासन दिया है, लेकिन और भी कुछ किया जाना चाहिए।’ जैकी ने इस दर्दनाक घटना को याद करते हुए कहा, ‘शराब पीने के बाद मंगलवार की सुबह रोमी को दस्त की समस्या हो गई और जल्द ही उसका शरीर अकड़ गया। उसे अस्पताल ले जाने से पहले ही सब कुछ खत्म हो चुका था।’ अस्पताल में भर्ती दविंदर सिंह ने बताया कि उन्होंने हमेशा की तरह शराब की थैली ली थी, लेकिन पीने के बाद उन्हें चक्कर आने लगा। उधर, अमृतसर जिला प्रशासन ने कई मेडिकल टीम तैनात की हैं जो प्रभावित गांवों में घर-घर जाकर उन लोगों की जांच कर रही हैं जिन्होंने संभवतः नकली शराब पी थी।
अमृतसर की उपायुक्त साक्षी साहनी ने कहा कि मृतकों में अधिकतर लोग दिहाड़ी मजदूर थे। राज्य में एक साल से भी कम समय में नकली शराब के सेवन से हुई मौत का यह दूसरा मामला है। मार्च 2024 में संगरूर जिले में नकली शराब के सेवन से 20 लोगों की जान चली गई थी। 2020 में तरनतारन, अमृतसर और बटाला में नकली शराब पीने के कारण कुल 120 लोगों की मौत हुई थी। पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने कहा कि मजीठा में पुलिस उपाधीक्षक और थाना प्रभारी को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। मेथनॉल के मुख्य आपूर्तिकर्ताओं की पहचान लुधियाना के सुख एन्क्लेव में साहिल केमिकल्स के मालिक पंकज कुमार उर्फ साहिल और अरविंद कुमार के रूप में की गई है। पुलिस ने स्थानीय वितरकों प्रभजीत सिंह और कुलबीर सिंह और स्थानीय विक्रेताओं निंदर कौर, साहिब सिंह, गुरजंत सिंह, अरुण उर्फ काला और सिकंदर सिंह उर्फ पप्पू को भी गिरफ्तार किया है।










